Gurukul For 1000 Student
पिछले कुछ वर्षों में समाज में वैदिक शिक्षा को लेकर एक जागृति आई है। आज बहुत से अभिभावक अपने बच्चों को गुरुकुलों में पढ़ाना चाहते हैं। हमारे यहां प्रतिवर्ष सैकड़ों छात्रों का पढ़ने के लिए आवेदन आता है पर सीमित व्यवस्था होने के कारण हम छोटे बच्चों को नहीं पढ़ा पाते इसलिए हमारा वर्तमान में एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है एक ऐसे गुरुकुल के निर्माण का जिसमें कम से कम 1000 छात्रों को पढ़ाया जा सके।
बालकों को बृहद् स्तर पर आधुनिक शिक्षा के साथ साथ भारतीय परम्परा के अनुसार समस्त वेदों, वेदाङ्गों, दर्शनों, उपनिषदों, स्मृतियों, पुराणों, संहिताओं, विद्याओं, कलाओं, विधाओं आदि का शिक्षण एवं प्रशिक्षण देने के लिए इस विश्वस्तरीय गुरुकुल का निर्माण करना बहुत आवश्यक है।
गुरुकुल में कुछ मुख्य अंग होंगे जो इस प्रकार हैं
1. विद्यालय भवन
2. वैदिक पुस्तकालय
3. शास्त्र अनुसन्धान एवं शोध भवन
4. पञ्चदेव मन्दिर एवं यज्ञशाला
5. अस्त्र-शस्त्र युद्ध कला प्रशिक्षण केन्द्र
6. खेल का मैदान
7. छात्रावास
8. भोजनालय
9. आचार्य निवास
10. गौशाला एवं गौचर भूमि
11. आयुर्वेद चिकित्सालय, प्रयोगशाला
12. औषधि उद्यान ,पुष्प एवं फल उद्यान
13. सरोवर
14. वाहन पार्किंग स्थल
15. प्रशासनिक भवन
16. शिक्षक प्रशिक्षण भवन
17. धर्म प्रशिक्षण भवन
18. अतिथि भवन
19. संचार एवं प्रसारण भवन
20. जन संवाद भवन
21. सभागार
इस गुरुकुल के निर्माण में हमें सभी सनातनधर्मी भाइयों बहनों के सहयोग की आवश्यकता है। आशा है आप सब इसके लिए हमारा सहयोग करेंगे।
धन्यवाद
जगद्गुरु शंकराचार्य सनातनधर्म संरक्षण न्यास