धर्म के समस्त अंगों, विद्याओं, कलाओं, विधाओं का सभी सनातन धर्मी हिन्दुओं को प्रशिक्षण देने के लिए एक प्रशिक्षण केन्द्र के निर्माण की आवश्यकता है। जिससे प्रत्येक व्यक्ति सनातन धर्मी स्वधर्म पालन करते हुए समस्त पुरुषार्थों को प्राप्त कर सके और समाज मे पूरे स्वाभिमान से जी सके। इस कार्य के लिए आप सभी के सहयोग की अत्यधिक आवश्यकता है।