बालकों को बृहद् स्तर पर आधुनिक शिक्षा के साथ साथ भारतीय परम्परा के अनुसार समस्त वेदों, वेदाङ्गों, दर्शनों, उपनिषदों, स्मृतियों, पुराणों, संहिताओं, विद्याओं, कलाओं, विधाओं आदि की शिक्षा देने के लिए इस विश्वस्तरीय गुरुकुल का निर्माण करना एक प्रमुख लक्ष्य है। इस गुरुकुल के निर्माण के पूर्व वृंदावन में बालकों के अध्ययन के लिए ये गुरुकुल बनाया जा रहा जिसमे आपसब के आर्थिक सहयोग की आवश्यकता है।