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जगद्गुरु शङ्कराचार्य अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण संस्थान About us

Help us To Develop the Vedic Gurukul

जगद्गुरु शङ्कराचार्य अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण संस्थान जगद्गुरु शंकराचार्य सनातनधर्म संरक्षण न्यास द्वारा संचालित एक शैक्षणिक प्रकल्प है। यह संस्थान वृंदावन जिला मथुरा उत्तर प्रदेश से सञ्चालित होता है। यह संस्थान सनातनधर्म के लिए वैदिक शास्त्रों के सिद्धान्तों को ही प्रामाणिक मानता है और आद्यजगद्गुरु शंकराचार्य भगवान् एवं उनकी परम्परा में आस्था रखता है। यह संस्थान, सनातन धर्मके लिए सर्वोच्च और सार्वभौम गुरु, आद्यजगद्गुरु शंकराचार्य को मानता है और उनके दिखाए मार्ग पर चलता है। उन्हींके स्वरूप देशके चारों दिशाओंमें मान्य चार आम्नाय पीठोंके पूज्य शंकराचार्योंके धार्मिक मार्गदर्शनमें कार्य करता है तथा सभी वैदिक वर्णाश्रमानुसारी संप्रदायाचार्योंका सम्मान करता है।

लक्ष्य:-

संस्थान का एकमात्र लक्ष्य प्राणी मात्र के कल्याण के लिए वैदिक शास्त्रों में शोध एवं अनुसन्धान करके सम्पूर्ण मानव जगत को शिक्षित करना, शास्त्रों में उपलब्ध ईश्वर प्रदत्त ज्ञान को मानव मात्र के कल्याण के लिए जन जन को बांटना।

कार्य:-

कार्य:- हमारे संस्थान के वर्तमान प्रकल्प क. जिज्ञासा समाधान केन्द्र- सम्पूर्ण विश्व की जनता को वैदिक आचार्यों द्वारा सनातनधर्म से सम्बन्धित सभी प्रश्नों के उत्तर दिए जाते हैं। कोई भी टेलीग्राम एप के माध्यम से सीधे हमसे प्रश्न पूछ कर उत्तर प्राप्त कर सकता है।
ख. वेद-वेदाङ्ग विद्यालय:- संस्थान के द्वारा वृंदावन में निःशुल्क वैदिक शिक्षा दी जा रही है पर संसाधनों की कमी के कारण छात्रों की संख्या सीमित है।

Quality Standards
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गुरुकुल निर्माण

बालकों को बृहद् स्तर पर आधुनिक शिक्षा के साथ साथ भारतीय परम्परा के अनुसार समस्त वेदों, वेदाङ्गों, दर्शनों, उपनिषदों, स्मृतियों, पुराणों, संहिताओं, विद्याओं, कलाओं, विधाओं आदि की शिक्षा देने के लिए इस विश्वस्तरीय गुरुकुल का निर्माण करना एक प्रमुख लक्ष्य है। इस गुरुकुल के निर्माण के पूर्व वृंदावन में बालकों के अध्ययन के लिए ये गुरुकुल बनाया जा रहा जिसमे आपसब के आर्थिक सहयोग की आवश्यकता है।

पुस्तकालय निर्माण

सनातनधर्म के समस्त शास्त्रीय ग्रंथों का एक विश्व स्तरीय पुस्तकालय निर्माण करना हमारा एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है। यहाँ सनातनधर्म से सम्बन्धित समस्त दुर्लभ ग्रन्थ उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। इसके अतिरिक्त एक डिजिटल पुस्तकालय का भी निर्माण किया जाएगा। जिससे आसानी से कोई भी शास्त्रों के शुद्ध स्वरूप का अध्ययन कर सकेगा। इस कार्य के लिए भी सभी धर्म प्रेमी भाइयों बहनों को आगे आकर आर्थिक सहयोग करने का आह्वान करते हैं।

शोध संस्थान एवं अनुसंधान केन्द्र

समस्त शास्त्रों में विद्यमान समस्त विद्याओं कलाओं विधाओं के शोध और अनुसंधान के लिए विश्वस्तरीय शोध संस्थान एवं अनुसंधान केन्द्र की स्थापना करना हमारा एक और मुख्य उद्देश्य है। वृंदावन में इस प्रकल्प के लिए भूमि आदि क्रय कर निर्माण कार्य आरम्भ करने के लिए आम सनातन धर्मी जनता के सहयोग की आवश्यकता है अतः आप अवश्य ही इस कार्य के लिए सहयोग करें।

प्रशिक्षण केन्द्र

धर्म के समस्त अंगों, विद्याओं, कलाओं, विधाओं का सभी सनातन धर्मी हिन्दुओं को प्रशिक्षण देने के लिए एक प्रशिक्षण केन्द्र के निर्माण की आवश्यकता है। जिससे प्रत्येक व्यक्ति सनातन धर्मी स्वधर्म पालन करते हुए समस्त पुरुषार्थों को प्राप्त कर सके और समाज मे पूरे स्वाभिमान से जी सके। इस कार्य के लिए आप सभी के सहयोग की अत्यधिक आवश्यकता है।

वैदिक स्टूडियो

आज का मानव जिस प्रकार से आधुनिक संचार के माध्यमों से जुड़ा है हमें उस तक सनातनधर्म की व्यावहारिक शिक्षा, वैदिक ज्ञान, जीवन पद्धति आदि पहुँचाने के लिए संचार के सभी माध्यमों का सहारा लेना पड़ेगा। जिससे अल्प समय मे करोड़ों लोगों तक वैदिक सनातनधर्म के शुद्ध स्वरूप का परिचय दिया जा सके। इसके लिए एक वैदिक स्टूडियो का निर्माण करने का लक्ष्य लिया गया है। इसमें पौराणिक कथाओं के साथ साथ महाभारत रामायण आदि वैदिक इतिहास का शुद्ध चित्रण तो किया ही जायेगा साथ ही कर्मकाण्ड सहित मानव के लिए नित्य आवश्यक धर्म को जीवन मे उतारने की शुद्ध विधि दिखाई जाएगी। जिससे समाज धर्म के नियमों को सिख कर उसे अपने जीवन मे उतार सके और अपने लौकिक पारलौकिक कल्याण का मार्ग प्रसस्थ कर सके। इस प्रकल्प के लिए हम सभी सनातनधर्मी हिन्दुओं को आह्वान करते हैं कि वो आगे आकर तन मन और धन से हमारा सहयोग करें।

छात्रावास निर्माण

बालकों को बृहद् स्तर पर आधुनिक शिक्षा के साथ साथ भारतीय परम्परा के अनुसार समस्त वेदों, वेदाङ्गों, दर्शनों, उपनिषदों, स्मृतियों, पुराणों, संहिताओं, विद्याओं, कलाओं, विधाओं आदि की शिक्षा देने के लिए इस विश्वस्तरीय गुरुकुल का निर्माण करना एक प्रमुख लक्ष्य है। इस गुरुकुल के निर्माण के पूर्व वृंदावन में बालकों के अध्ययन के लिए ये गुरुकुल बनाया जा रहा जिसमे आपसब के आर्थिक सहयोग की आवश्यकता है।

वैदिक आचार्य :-